जब केशव महराज, स्पिन बॉलर दक्षिण अफ्रीका और लुंगी निग्दी, तेज़ गेंदबाज़ ने BKT Tires ODI श्रृंखलाकैरन्स, काज़ाली'स स्टेडियम में क्रमशः पाँच विकेट की पाँच विकेट की अद्भुत डबल बना ली, तो क्रिकेट जगत का दिमाग घुमा गया। पहले मैच में महराज ने 5-33 और बाद के मैच में निग्दी ने 5-42 के आँकड़े लिखे, जिससे दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के घर में पहले कभी नहीं देखी गई रिकॉर्ड स्थापित की। यह उपलब्धि सिर्फ आँकड़ों की बात नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज़ी की विविधता और परिपक्वता का सबूत है।
इतिहासिक पृष्ठभूमि
ऑस्ट्रेलिया में विदेशी गेंदबाज़ों द्वारा समान ODI श्रृंखला में पाँच‑विकेट की डबल पहले कभी नहीं देखी गई थी। 1970‑80 के दशक में कई महान तेज़ गेंदबाज़ आए‑गए, लेकिन दो अलग‑अलग खिलाड़ी एक ही श्रृंखला में ऐसा कर पाना शायद ही संभव रहा। इस संदर्भ में, दक्षिण अफ्रीका के दो मुख्य हथियार‑कुशाल – स्पिन और पेस – के साथ यह मुकाम हासिल करना विशेष महत्व रखता है।
मैच‑दर‑मैच विवरण
पहला ODI – काज़ाली'स स्टेडियम, कैर्न्स (3 सितम्बर 2024)
दक्षिण अफ्रीका ने 296/8 बनाकर काज़ाली'स स्टेडियम का सबसे बड़ा ODI स्कोर बनाया। इस इन्जीनियरिंग कोष्ठक में ट्रैविस हेड की 27 रन की शुरुआती पंक्ति बनी, लेकिन प्रेनेलन सब्रायेन के फॉलो‑अप स्पिन ने ऑस्ट्रेलिया को 60‑0 से 89‑6 तक गिरा दिया।
इसके बाद केशव महराज ने बॉलिंग में गहराई और सटीकता का जादू चलाया। उन्होंने मार्नस लैबुशैग्ने, एलेक्स कैरी, कैमरन ग्रीन, जॉश इंग्लिस और एरन हार्डी को क्रमशः आउट किया, कुल मिलाकर 5 विकेट 33 रनों पर। उनके इस क़दम ने दक्षिण अफ्रीका को 98 रन से जीत दिलाई।
दूसरा ODI – कैर्न्स (7 सितम्बर 2024)
तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने फिर से कोशिश की, लेकिन लुंगी निग्दी की तेज़ बॉलिंग ने पूरी टीम को जड़ कर दिया। 5-42 के आंकड़े के साथ उन्होंने किस्मत को पलट दिया, जबकि मिशेल मार्श का 88 रन का प्रयास अकेला ही महज 71‑रन के साझेदारी में रह गया।
दोनों क्रमिक पाँच‑विकेट हॉल ने न केवल मैच का सीलग किया, बल्कि दक्षिण अफ्रीका की बॉलिंग गहराई को भी उजागर किया – स्पिन और पेस दोनों में समान स्तर की प्रवीणता।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन और आँकड़े
- केशव महराज – 5 विकेट, 33 रन, 25 गेंदें (ODI में पहला पाँच‑विकेट)।
- लुंगी निग्दी – 5 विकेट, 42 रन, 42 गेंदें (शुरुआत से ही तेज़ गति रखी)।
- ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बैट्समैन – ट्रैविस हेड (27), मिशेल मार्श (88) ने कुल 115 रन बनाए।
- दक्षिण अफ्रीका ने श्रृंखला में 296/8 और 285/6 जैसे उच्च स्कोर बनाकर दर्शाया कि उनका बैटिंग भी चमक रहा है।
- प्रत्येक मैच में औसत ओवर बचाए जाने की संख्या 9‑10 ओवर रही, जिससे बॉलर्स का प्रभाव स्पष्ट रहा।
प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञ विश्लेषण
दक्षिण अफ्रीका के कोच शुक्रि कोंराड ने कहा, “केशव की वैरायटी और लुंगी की पेसिंग ने हमें इस जीत में मदद की। यह दो अलग‑अलग कौशल का संगम है।” ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिशेल मार्श ने स्वीकार किया, “हमने बॉलिंग प्लेन में कमी महसूस की, खासकर स्पिन सेक्शन में। आगे की तैयारी में इसे सुधारना होगा।”
क्रिकेट विश्लेषक राजीव कुमार ने बताया कि इस तरह की दो‑हाथ वाली बॉलिंग फैन्टसी आज के टेस्ट‑और‑ODI दोनों फॉर्मेट में दुर्लभ है। “समय के साथ टीम बैलेन्स में स्पिन और पेस दोनों को बराबर महत्व देना चाहिए, वरना अनपेक्षित हार का सामना करना पड़ता है।”

भविष्य के प्रभाव और अगले कदम
इस रिकॉर्ड के बाद दक्षिण अफ्रीका अब विश्व क्रम में तीसरे स्थान पर पहुँच गया है, और अगली टूर में इंग्लैंड के खिलाफ बहु‑फॉर्मेट सीरीज में इस बॉलिंग युग को जारी रखने की उम्मीद है। वहीं ऑस्ट्रेलिया कप्तानी टीम को अपनी बॉलिंग डेप्थ को पुनर्मूल्यांकन करने की जरूरत पड़ेगी, खासकर घर पर विदेशी बॉलर्स को रोकने वाले प्लांस में।
सम्बंधित आँकड़े
- केशव महराज ने 300 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे कर लिये – स्पिन के लिए ऐतिहासिक मील का पत्थर।
- लुंगी निग्दी ने 250 टॉप‑लेवल बॉलिंग वीक में पीछे नहीं छोड़ी।
- ऑस्ट्रेलिया ने 2024 में कुल 6 में से 2 ODI हारें सही – इससे घरेलू शक्ति पर सवाल उठ रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
केशव महराज की इस पाँच‑विकेट के बाद उनकी टीम में क्या भूमिका होगी?
यह प्रदर्शन उनके पुनरुत्थान का संकेत है। कोचों ने कहा है कि महराज आगे के T20 और ODI दोनों फॉर्मेट में मुख्य स्पिनर के रूप में रहेंगे, और उनकी फिटनेस भी अब स्थिर दिखती है।
ऑस्ट्रेलिया को किन क्षेत्रों में सुधार करना चाहिए?
विशेषकर शुरुआती ओवर में स्पिन के विकल्पों की कमी स्पष्ट हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि तेज़ गेंदबाज़ी के साथ साथ वैरायटी स्पिनर को पलायन देना जरूरी होगा, ताकि विदेशी बॉलिंग प्लेन का सामना किया जा सके।
लुंगी निग्दी का यह प्रदर्शन उनके करियर को कैसे प्रभावित करेगा?
5‑विकेट का प्रदर्शन उन्हें विश्व स्तर पर एक विश्वसनीय पेसर के रूप में स्थापित करता है। आगामी ट्राई‑एन‑ड्राय शरद ऋतु में इंग्लैंड और भारत के खिलाफ टूर में उनका चयन अधिक संभावना है।
क्या यह रिकॉर्ड भविष्य में दोहराया जा सकता है?
इतिहास ने दिखाया है कि दो अलग‑अलग शैली के बॉलर्स का एक साथ चमकना दुर्लभ होता है। फिर भी दक्षिण अफ्रीकी टीम की बॉलिंग गहराई बढ़ती जा रही है, इसलिए भविष्य में समान स्थितियों की संभावना बनी रहती है।