राष्ट्रगान की जगह 'Jalebi Baby': कैसे हुई चूक
भारत-पाक मुकाबला शुरू होने से ठीक पहले दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में वह हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। पाकिस्तान की टीम राष्ट्रगान के लिए लाइन में खड़ी थी और स्पीकर पर अचानक पॉप सॉन्ग 'Jalebi Baby' की धुन चल पड़ी। कुछ सेकंड की हड़बड़ाहट, खिलाड़ियों के उलझे हावभाव और फिर सोशल मीडिया पर बवाल—यह सब इतने तेज़ी से हुआ कि मैच से पहले का माहौल पूरी तरह बदल गया। इस हाई-वोल्टेज भिड़ंत के साथ एशिया कप 2025 का यह अजीब वाकया तुरंत ट्रेंड करने लगा।
स्टेडियम से सामने आए वीडियो क्लिप्स में शुरुआती बीट्स साफ़ तौर पर 'Jalebi Baby' जैसी सुनाई देती हैं, जिसे मूल रूप से जेसन डेरूलो ने लोकप्रिय बनाया। मैदान पर मौजूद पाकिस्तानी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के चेहरे पर उलझन साफ़ दिखी। आमतौर पर इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में एंथम प्लेबैक के लिए डबल-चेक प्रोटोकॉल होता है—फाइल वेरिफिकेशन, कट-टू-कट टाइमिंग और बैकअप ट्रैक तक। फिर भी, कभी-कभी ऑडियो क्यू में गड़बड़ी, फाइल नेमिंग की गलती या लाइव-डेस्क स्विचिंग में मानवीय चूक ऐसी स्थिति पैदा कर देती है।
ऑनलाइन रिएक्शन दो ध्रुवों में बंट गया—कई यूज़र्स ने मीम्स बनाए, तो कई ने इसे प्रोटोकॉल की गंभीर चूक बताया। बड़े खेल आयोजनों में एंथम की साख संवेदनशील मामला मानी जाती है। आयोजकों की ओर से औपचारिक स्पष्टीकरण और जिम्मेदारी तय होने की उम्मीद है, ताकि आगे ऐसी गलती दोहराई न जाए।
मैच में क्या हुआ: भारत का दबदबा, पाकिस्तान की लड़खड़ाहट
मैच की बात करें तो पाकिस्तान ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी, लेकिन शुरुआती ओवरों में ही भारत के गेंदबाज़ों ने लगाम कस दी। नई गेंद ने हलचल पैदा की और बीच के ओवरों में स्पिन ने जाल बुन दिया। रिजल्ट—पूरी पाक टीम 127 पर सिमट गई। रन बहाने के लिए उन्होंने शॉट्स खेले, पर भारतीय अटैक की सटीकता और फील्डिंग की चुस्ती के सामने तरकीबें चलते नहीं दिखीं।
कुलदीप यादव का जादू एक बार फिर मैच पर छा गया। उन्होंने लाइन-लेंथ, फ्लाइट और वैरिएशन के साथ बल्लेबाज़ों को उलझाए रखा और रफ्तार से ज्यादा चालाकी से विकेट निकाले। यही वजह रही कि उन्हें टूर्नामेंट में लगातार दूसरी बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला—यह निरंतरता किसी भी बड़े टूर्नामेंट में टीम की सबसे बड़ी ताकत बनती है।
टारगेट छोटा था, पर भारत के ओपनर्स ने इसे और भी छोटा बना दिया। पहले ही ओवर में अभिषेक शर्मा ने शाहीन शाह अफरीदी के खिलाफ अटैक मोड चुन लिया। शुरुआती सीम मूवमेंट को धैर्य और टाइमिंग से काउंटर करते हुए उन्होंने बाउंड्रीज निकालीं, जिससे चेज़ का टोन सेट हो गया। इसके बाद मिडल ओर्डर को बस रफ्तार बनाए रखनी थी।
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अंत तक जिम्मेदारी संभाली और शिवम दुबे के साथ मिलकर काम को बिना घबराहट के अंजाम तक पहुंचाया। 15.5 ओवर में लक्ष्य पार—7 विकेट हाथ में। यह स्कोरकार्ड बताता है कि भारत ने पावरप्ले से लेकर फिनिश तक मोमेंटम हाथ से नहीं जाने दिया।
दूसरी तरफ पाकिस्तान की मुश्किलें दोहरी रहीं—पहले बैटिंग में साझेदारियां नहीं बन पाईं, फिर गेंदबाज़ी में शुरुआती ब्रेकथ्रू नहीं मिले। छोटे लक्ष्य की डिफेंस के लिए जिस तरह के डॉट-बॉल दबाव और फील्डिंग तीव्रता की ज़रूरत होती है, वह निरंतरता के साथ दिखी नहीं।
भीड़ भरे स्टेडियम का शोर, सोशल मीडिया पर चल रही 'एंथम गड़बड़ी' की चर्चा और भारत-पाक जैसी तीखी राइवल्री—इन सबके बीच भारतीय ड्रेसिंग रूम ने फोकस बनाए रखा। यही मैच का बड़ा सबक भी रहा कि बाहरी विचलनों के बावजूद ड्रेसिंग रूम का कंट्रोल मैच को किस दिशा में ले जा सकता है।
मैच के बाद चर्चा दो धागों में बंटी रही—एक, पेशेवर इवेंट मैनेजमेंट में यह गलती कैसे हुई और किस तरह की फेल-सेफ तकनीकें अनिवार्य की जानी चाहिएं; दो, भारत की गेंदबाजी यूनिट का सामूहिक प्रभाव, जिसमें पेस और स्पिन ने मिलकर पाकिस्तान की रनगति को जकड़ लिया।
टूर्नामेंट संदर्भ में देखें तो यह जीत भारत की मोहीम को गति देती है। छोटा लक्ष्य तेज़ी से चेस करने से नेट रन रेट पर भी सकारात्मक असर पड़ता है, जो बहु-टीम टूर्नामेंट में आगे चलकर निर्णायक हो सकता है। पाकिस्तान के लिए सबक साफ है—टॉप ऑर्डर को शुरुआती स्विंग और बदलाव के लिए बेहतर तैयारी करनी होगी और मिडल ओर्डर को क्राइसिस मैनेजमेंट में ज्यादा ठहराव दिखाना होगा।
इवेंट मैनेजमेंट के नजरिये से यह मामला एक केस-स्टडी है। बड़े आयोजनों में आमतौर पर—(1) एंथम फाइल की मेटाडेटा वेरिफिकेशन, (2) रिहर्सल में ऑन-ग्राउंड स्टाफ की मौजूदगी, (3) मास्टर और बैकअप ऑडियो कंसोल का सेफ स्विच—जैसे प्रोटोकॉल अपनाए जाते हैं। जब भी लाइव डेस्क पर मल्टीपल क्यूज़ हों, एक सेकंड की चूक सुर्खियों में बदल जाती है। यही वजह है कि आयोजकों से पारदर्शी स्पष्टीकरण और सुधारात्मक कदमों का रोडमैप अपेक्षित है।
दिन का सार यह रहा कि अनचाही धुन से शुरू हुआ मुकाबला भारतीय धुन पर खत्म हुआ। मैदान पर कौशल और अनुशासन ने शोर-शराबे को मात दी—और यही किसी भी बड़े मैच की सबसे भरोसेमंद कहानी होती है।
- गड़बड़ी: राष्ट्रगान की जगह 'Jalebi Baby' की धुन बजने से प्री-मैच सेरेमनी बिगड़ी, वीडियो क्लिप्स वायरल हुए।
- पाकिस्तानी पारी: 127 पर समेटी गई, भारत के पेस-स्पिन कॉम्बिनेशन के सामने साझेदारियां नहीं टिकीं।
- भारत की चेज़: 15.5 ओवर में 7 विकेट से जीत, शुरुआत अभिषेक शर्मा की तेज़ बैटिंग से, फिनिश सूर्यकुमार और शिवम दुबे ने किया।
- स्टार परफ़ॉर्मर: कुलदीप यादव—लगातार दूसरी बार प्लेयर ऑफ द मैच, नियंत्रित स्पेल और अहम ब्रेकथ्रू।