इस दुनिया में हर महिला को शौक होता है कि वो मां बनने का सुख भोग सके लेकिन वहीं कई बार ऐसा होता है कि हर महिला का ये सपना पूरा नहीं हो पाता है लेकिन इस दुनिया में एक औरत को बच्चे के बिना अधूरा माना जाता है क्योंकि हमारे समाज में औरत को संपूर्ण तभी माना जाता है जब वो मां बन जाती है वरना उसे बाँझ का नाम दे दिया जाता है। जो कि एक कलंक के समान लगता है और इसे वो महिला पूरी जिंदगी झेलती है।
एक बात तो तय है कि भगवान ने धरती पर ये वरदान महिला को ही दिया है कि वो अपने परिवार का वंश बढ़ा सकती है। वहीं महिला भी इतना दर्द सहने के बावजूद कभी इस चीज से पीछे नहीं हटती। मां एक बच्चे को जन्म देती हैं तो उतना ही दर्द होता है चाहे वो लड़की को जन्म दे या लड़का को लेकिन फिर भी बच्चियों के जन्म लेने पर कई बार मातम सी छा जाती है।
हाल ही में एक मामला सामने आया है जो कि मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का है। जहाँ एक महिला ने शादी के बाद पहले से तीन बेटियां थी मगर बेटे की चाह में उसने चौथी बार भी बच्चा पैदा करने की ठान ली लेकिन वह इस बात से अनजान थी कि उसका ये फैसला उसे सारी उम्र यही फैसला उसको उम्र भर के लिए भारी पड़ने वाला है। दरअसल सबलगढ़ निवासी सपना (25) को प्रसव पीड़ा के बाद उसके परिवार वाले ने प्रसूता वार्ड में भर्ती कराया गया था।
जिसके बाद इस महिला को चौथा बच्चा भी बेटी ही हो गई लेकिन इसके पहले से तीन बेटियां थी और अब बेटे के लालच में 7 बेटियां हो गयी है। दरअसल इस महिला ने 4 बेटियों को जन्म दे दिया वहीं बता दें कि उन बच्चियों का वजन कम होने के कारण अभी उन्हें अस्पताल ही चाइल्ड केयर डिपार्टमेंट में रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि इन बच्चों का वजन कम होने के कारण इन्हें सांस लेने में भी कठिनाई हो रही है इसी वजह से अभी तक उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है और उन्हें बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिल्हाल इन चारों बच्चियों का वजन फिलहाल केवल 1200 ग्राम का है। इस समाज में बेटे का सपना ऐसा होता है कि लोग कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं खासकर ये चीजें आपको ग्रामीण इलाके में अभी भी देखने को मिल जाती है। इसका उदाहरण आपके सामने है कि इस मंहगाई में भी इस महिला ने बेटे की चाहत मे 7 बेटियों को जन्म दे दिया।