वर्ष 2015 में नसबंदी कराने के तीन साल बाद एक महिला गर्भवती हो गई। जब वह अपने पति के साथ डॉक्टर से वजह पूछने पहुंची तो जवाब सुनकर दंपति गुस्से से लाल हो गए। महिला और उनके पति ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए मुआवजे की मांग की है। जिला मुख्यालय से करीब 34 किलोमीटर दूर चंपावत विकासखंड की दुधौरी ग्राम पंचायत के दिवान राम का कहना है कि उनकी पत्नी नीला देवी ने 2015 में जिला अस्पताल में लगे शिविर में नसबंदी कराई थी। पिछले साल उनकी पत्नी गर्भवती हो गई। उन्होंने दुधौरी के पूर्व ग्राम प्रधान भीम सिंह से शिकायत की।मंगलवार को दिवान राम पूर्व प्रधान को साथ लेकर मुख्यालय आए और विभाग को पत्र भेज नसबंदी में लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि उनके पहले से ही तीन बच्चे हैं। ग्रामीण दिवान राम ने स्वास्थ्य विभाग से मुआवजे की मांग की है।
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